Friday, December 21, 2012

Duniya Mein akhri Din

दुनिया में आखरी दिन आप कैसे जीना चाहेंगे ?
एक बहुत ही अजीब सवाल, भला यह भी कोई बात हुई की हम अपना आखरी  दिन कैसे जीना चाहेंगे।

अच्छा यह बताइए की वह  कौन सी ख्वाहिश है जिसे आप आज पूरा करना चाहेंगे?
एक और अजीब सवाल।।

हजारों ऐसी  ख्वाहिशें हैं जिन्हें नजाने कब से  दिल में दबा रखा है,भला उनका एक दिन में पूरा करना मुमकिन भी  है।


''दुनिया बस ख़त्म होने को थी,और official announcment भी हो चूका था,जिन्हें इस बात पर यकीन न था वह रोज की तरह अपने-अपने काम काज में लगे थे, पर जो यह मानते थे की आज सचमुच कुछ ऐसा होने वाला है वह  ऊपर वाले की इबादत में लगे थे। चारों तरफ हाहाकार मच हुआ था ''

फिर तभी मैंने मेरे ख़ास दोस्त जीशान को कहीं भागते देखा और मैंने आवाज़ दी "अरे भाई जीशान 
कहाँ भागे जा रहे हो? तो आवाज आई ''वही अपना पुराना काम जिसके बारे में मैं अक्सर बातें किया करता था ''
अरे हाँ याद आया ये "जिया हुसैन" नाम की एक लड़की को अपने प्यार का इजहार करने जा रहा है। 
और करे भी क्यों न बेचारे ने 10 साल इन्तेजार किये हैं और फिर आज ये दिन देखने को मिल रहा है ।


अभी मैं  थोडा आगे बढ़ा  ही था की कुछ लड़के मुझसे टकड़ा गए ध्यान से देखने पर पता चला 
की यह वही  लड़के हैं जिन्होंने हाल ही में दिल्ली के एक लड़की का सामूहिक बलात्कार किया था।
पूछने पे पता चला की वह अपने पापों का प्रायश्चित्त करने जा रहे हैं,

पर क्या ऊपर वाला उन्हें इस आखरी घड़ी  में माफ़ कर देता ? 

और  वहीं दूर एक पहाड़ पर शैतान खड़ा इस मंजर का लुत्फ़ उत्ता रहा था ''देखा मैंने ऊपर वाले के बनाये इंसान को क्या से क्या बना दिया ''

शैतान में फरिश्तों से हँसते हुए कहा। उसके चेहरे पर जीत की खुसी खुशी थी ''देखो इस भीड़ को देखो इस में अच्छे इंसान कम और गुनेहगार ज्यादा हैं '' शैतान जैसे अपनी जीत को जाहिर करते हुए फिर बोल पड़ा।

और फिर एक जोरदार आवाज़ वातावरण में गुंजी  और दुनिया का अंत हो गया। 

सोनी टेलीविज़न पर आज 'लास्ट दे ओन अर्थ' नाम का ये रोमांचक  एपिसोड खत्म हो गया 
मैंने टीवी ऑफ़ कर दी पर अब तक इसी  सोच में पड़ा था की "अगर यह सब सचमुच यहाँ हो रहा होता?
तो मैं अपनी कौनसी आखरी ख्वाहिश पूरा करता।   

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